September 21, 2024

गजब: 10वीं पास और 10 करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी

 
 देहरादून। 10वीं पास आरोपी को साइबर थाना पुलिस ने 10 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी में गिरफ्तार किया है। आरोपी दुबई में बैठे अपने आकाओं को साइबर ठगी के लिए सिम कार्ड और बैंक खातों की व्यवस्था कर भेजता था। उसके खिलाफ देशभर में 104 मुकदमे और साइबर पोर्टल पर ठगी की 2327 शिकायतें दर्ज हैं। आरोपी से पुलिस को गैंग के मुख्य आरोपियों की भी जानकारी मिली है। उनकी तलाश भी शुरू कर दी गई है। यह गैंग फ्लाइट नेटवर्क कंपनी से जुड़ा बताकर वर्क फ्राम होम से कमाई का झांसा देकर ठगी करता है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठग बड़ी कंपनियों से मिलती फर्जी वेबसाइट बनाते हैं। इसके बाद लोगों को मैसेज भेजकर घर बैठे कमाई का झांसा देते हैं। लोग रुचि दिखाते हैं पहले कुछ रुपये कमाई के रूप में दिए जाते हैं। इसके बाद टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर निवेश का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी एक शिकायत बीआरओ ग्रीफ शिवपुरी में तैनात धवाना जिला रेवाड़ी, राजस्थान निवासी भीम सिंह ने दर्ज कराई। उन्हें भी घर बैठे कमाई का मैसेज आया। पीड़ित ने रुचि दिखाई तो उन्हें झांसे में लेकर 26 लाख रुपये हड़प लिए। साइबर थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। इस दौरान मोराडिया हार्दिक कुमार भगवान भाई (32) पुत्र भगवान भाई निवासी तपोवन सोसाइटी वेद रोड सूरत सिटी गुजरात को गिरफ्तार उसके घर के पास से गिरफ्तार किया गया।

खुद कई बार जा चुका है विदेश
साइबर थाने के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय सिम खरीदता है। इसके साथ ही फर्जी दस्तावेजों के जरिए कंपनियां बनाकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाकर सिम और खातों की जानकारी विदेश में अपने आकाओं को भेज देता है। इन फोन नंबर और बैंक खातों का उपयोग कर विदेश में बैठे साइबर ठग लोगों से साइबर ठगी करते हैं। आरोपी खुद कई बार थाईलैंड और दुबई जाकर सिम और बैंक खातों की किट पहुंचाकर आ चुका है। आरोपी फिर से विदेश जाने की तैयारी कर रहा था।
उत्तराखंड में 36 लोगों को ठगा
आरोपी से 44 डेबिट कार्ड, 30 चेक बुक, 20 सिम कार्ड, कई मुहर और पेनकार्ड मिले हैं। आरोपी से बरामद बैंक खातों में लिंक मोबाइल नंबरों की जांच की गई। इससे साइबर ठगी के तेलंगाना में 42, यूपी में 20, दिल्ली में 10, तमिलनाडु में 9 केस समेत देशभर में 104 मुकदमे दर्ज हैं। उत्तराखंड में 36 लोगों से साइबर ठगी में आरोपी शामिल रहा है।