June 26, 2024

कत्यूर घाटी की नहरों में नहीं चल रहा पानी ,किसानों में सिंचाई विभाग के प्रति रोष व्याप्त, आंदोलन की चेतावनी


बागेश्वर गरुड़ ।  कत्यूर घाटी की नहरों में इन दिनों पानी नहीं चल रहा है। जिससे धान की नर्सरी सूखने के कगार पर पहुंच गई है। अब किसान जलपंप लगाकर धान की नर्सरी को बचाने में जुट गए हैं। सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने पर किसानों में सिंचाई विभाग के प्रति रोष व्याप्त है। किसानों ने चार जून के बाद आचार संहिता हटते ही सिंचाई उपखंड बैजनाथ में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है। नहरों में पानी नहीं चलने से किसानों के सामने धान की नर्सरी (बिनौड़ा) बचाने की समस्या खड़ी हो गई है। विभाग से गुहार लगाते-लगाते थक चुके किसान अब किराये पर जलपंप लगाकर धान की नर्सरी को बचा रहे हैं। किसानों को ऊंचे दाम पर किराये में जलपंप लगाना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग खेतों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रयास नहीं कर रहा है।

जिला किसान संगठन के सचिव अर्जुन राणा ने कहा हैं कि रिठाड़ के हर में में भी किसानों को अपनी धान की नर्सरी बचानी मुश्किल हो रही है।

किसान संगठन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कत्यूरी, जिला सचिव अर्जुन राणा , ग्राम प्रधान संगठन के ब्लाक अध्यक्ष रविशंकर बिष्ट, क्षेपंस भोला दत्त तिवारी, किसान कैलाश तिवारी, विपिन बिष्ट, गोपाल दत्त जोशी, गोपाल सिंह, दिनेश जोशी, गणेश जोशी, अशोक सिंह आदि ने नहरों में पानी न चलाने पर चार जून के बाद आंदोलन करने की चेतावनी दी है।