केन्द्र सरकार की जनविरोधी नितियों व तानाशाही रवैये के विरोध में धरना दिया
देहरादून( आखरीआंख समाचार ) उत्तराखण्ड पीपुल्स फोरम ने केन्द्र सरकार की जनविरोधी नितियों व तानाशाही रवैये के विरोध में सांकेतिक धरना दिया। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि मोदी सरकार ने वर्ष 2014 से 2019 तक कोई भी जनहित के कार्य नहीं किये। उत्राखण्ड पीपुल्स फोरम द्वारा रविवार को गांधी पार्क में केंन्द्र सरकार के खिलाफ सांकेकितक धरना दिया। उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने जनहित में कोई भी कार्य नहीं किये। इसके विपरीत मोदी सरकार के काले कारनामो को उजागर करने वाले व्यक्तियों को डराया गया या फिर मार दिया गया। या फिर उन्हे उनके पदों से जलिल होकर इस्तीफा दिलवाया गया। तीन साल पुराने मामले पर अब चार्ज सीअ दाखिल की गई। कन्हैया कुमार व अन्य दस लोगों पर देश द्रोह के आरोप लगाये गये। मोदी सरकार की तानाशाही का नतीजा है कि जस्टिश लोया की मृत्यु की जाॅंच रिपोर्ट भी अभी तक कहीं दिखाई नहीं देती। उन्होने कहा कि यह सब मोदी सरकार की हताशा दर्शाती है कि वह अपने विरूद्व उठने वाली आवाज को दबाना चाहती है पीपुल्स फोरम उत्तराखण्ड कन्हैया कुमार व अन्य दस लोगों पर दाखिल चार्ज सीट पर केन्द की मोदी सरकार की नीयत व रवैये का विरोध करती है। धरने में उपस्थित पीपुल्स फोरम उत्तराखण्ड के संयोजक जयकृत कण्डवाल, जीत सिंह, महेश, जगदीश कुकरेती, विक्रम पुण्डीर, वीरेंन्द्र त्यागी, विजय पाहवा, शकुन्तला गुसांई, वच्चीराम कौंशवाल, सतीश धोलाखण्डी, शिवा भट्ट, ईश्वर पाल, राकेश कुमार, विनोद रतूडी आदि उपस्थि रहे।