यूपीएस का कर्मचारियों ने किया जोरदार विरोध

रुद्रप्रयाग। जिले में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने मुख्यालय में यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस का विरोध किया। सभी कार्मिकों ने एक स्वर में कहा कि ओपीएस बहाली के सिवा कोई भी पेंशन स्कीम को संयुक्त मोर्चा स्वीकार नहीं करेगा। कर्मचारियों ने यूपीएस के विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किया। यहां आयोजित सभा में प्रांतीय प्रवक्ता शंकर भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में यूपीएस लागू करना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। उन्होंने कहा कि आगामी 23 मार्च को नोप्रुफ द्वारा दिल्ली जंतर मंतर पर यूपीएस का विरोध किया जाएगा, जिसमें प्रदेश से बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल होंगे। प्रांतीय कोषाध्यक्ष रणवीर सिंधवाल ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली तक संयुक्त मोर्चा लगातार संघर्ष करता रहेगा। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपील की कि आगामी 23 मार्च को अधिक से अधिक से संख्या में दिल्ली जंतर मंतर पर पहुंच कर यूपीएस जैसी गुमराह करने वाली स्कीम का विरोध करें।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद भट्ट ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए उत्तराखंड में ठीक वैसा ही आंदोलन होगा, जैसा पृथक राज्य उत्तराखंड के लिए हुआ था। चूंकि लोकतंत्र में कर्मचारियों की आवाज को दिन प्रतिदिन दबाया जा रहा है, जिससे समस्त कर्मचारी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। जखोली के ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण घिघड़ियाल ने सभी कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि अपने सुखद भविष्य और सुरक्षित बुढ़ापे के लिए सभी विभागों के कर्मचारी एक मंच पर आकर यूपीएस और एपीएस का विरोध करें। अपनी ताकत और उपस्थिति से सरकार को जगाने में साथ दें। विरोध प्रदर्शन करने वालों में हरिवल्लभ डिमरी, पवन नौटियाल, राम सिंह कैंतुरा, त्रिलोक सिंह रावत, नवल किशोर सेमवाल, विक्रम सिंह नेगी, संतोष भट्ट, नवीन सजवाण, देवेश्वरी सेमवाल, शकुंतला नौटियाल, शशि गोस्वामी, मंजू कुंवर, ममता रावत, शैलेश देवशाली, जयप्रकाश राणा, कमलेश पाल, अनिल शुक्ला, चंद्र बल्लभ देवली, अरुण पुरोहित आदि मौजूद थे।