टिहरी झील में वाटर स्कीइंग कोर्स शुरू
नई टिहरी । भारतीय स्कीइंग एवं पर्वतारोहण संस्थान(आईआईएसएम) गुलमर्ग जम्मू-कश्मीर ने टिहरी बांध की झील में अपना पहला वाटर स्कीइंग कोर्स शुरू किया है। पहली बार इस संस्थान ने जम्मू-कश्मीर के बाहर प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया है। इसके तहत झील में तीन अलग-अलग कोर्स होंगी। प्रत्येक कोर्स की अवधि दो सप्ताह रखी गई है। आईआईएसएम के निदेशक कर्नल आईएस थापा ने बताया कि भारतीय स्कीइंग एवं पर्वतारोहण संस्थान एक प्रमुख साहसिक प्रशिक्षण संस्थान जिसका संचालन भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय करता है। बीते 8 सितंबर से टिहरी बांध की झील में आईआईएसएम की ओर से वाटर स्कीइंग का प्रशिक्षण शुरू किया गया है। प्रत्येक कोर्स में अखिल भारतीय स्तर से प्रतिभागी शामिल हुए हैं। पहले बैच में उत्तराखंड से सर्वाधिक भागीदारी देखने को मिली है। बताया कि ये कोर्स पर्यटन मंत्रालय ने देश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने,कौशल विकास के नए अवसर पैदा करने और जल-आधारित साहसिक गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित कराया है। इसके लिए सब्सिडी भी दी जा रही है। प्रतिभागियों, प्रशिक्षकों और आईआईएसएम के अधिकारियों ने टिहरी झील को विश्वस्तरीय साहसिक गंतव्य बताया है। एक्सपर्ट का मानना है कि इस पहल से जल साहसिक पर्यटन के केंद्र के रूप में उत्तराखंड की स्थिति में और सुधार आने की उम्मीद है। साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन और आधुनिक उपकरणों की सहायता से गहन प्रशिक्षण,सुरक्षा प्रोटोकॉल और व्यावहारिक वाटर स्कीइंग तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर सहायक निदेशक रेनू बमराना,प्रशिक्षक एवरेस्ट विजेता अरविंद रतूड़ी,प्रवीन रांगड़,खलील रसूद,बट शबीर आदि मौजूद थे।
