प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में कुमाऊंनी भाषा समलित किये जाने की माँग
पिथौरागढ़ ( आखरीआंख ) प्राथमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम में कुमाऊंनी भाषा को शामिल करने को लेकर लोग मुखर होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में शामिल करने के बाद कुमाऊंनी भाषा को बचाया जा सकता है। कुमाऊंनी मासिक पत्रिका आदलि कुशलि की संपादक डॉ. सरस्वती कोहली के नेतृत्व में साहित्यकारों और कुमाऊंनी भाषा प्रेमियों ने डीएम के माध्यम से सीएम को पत्र भेजा। उन्होंने कहा कि गढ़वाली भाषा की तर्ज पर ही कुमाऊं मंडल में भी प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में कुमाऊंनी भाषा समलित की जाए। जनकवि जनार्दन उप्रेती जन्नू दा ने कहा कि कुमाऊंनी का व्यापक प्रचार तभी संभव है जब इसे प्राथमिक स्कूलों से शुरू किया जाए। लोग पाश्चात्य संस्कृति को ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस भाषा को संरक्षण देना बेहद जरूरी है। इस दौरान चिंतामणि जोशी, प्रकाश चंद्र पुनेठा, डॉ.प्रमेाद कुमार श्रोत्रिय, ललित शौर्य, दिनेश भट्ट, हेमा थलाल, मुकेश कोहली, चंदन पानू, चंद्रशेखर पुनेड़ा आदि मौजूद थे।