छात्रसंघ प्रत्याशियों की हुई आम-सभा -एसएसजे में छात्र नेता बोले हम जीते तो बदलेंगे तस्वीर
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना परिसर में शनिवार को छात्रसंघ प्रत्याशियों की आम-सभा हुई। इसमें दावेदारों ने जीत दर्ज करने पर परिसर की तस्वीर बदलने का छात्रों से वायदा किया। उनके सुख- दुख में साथ देने का भी भरोसा दिलाया। प्रत्याशियों ने बड़े-बड़े दावें किए। घोषणाओं की खूब बरसात हुई। शनिवार को आम सभा में एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विपुल कार्की अपने दल के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए परिसर पहुंचे। इसके बाद एबीवीपी से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी दीपक उप्रेती आतिशबाजी व शक्ति प्रदर्शन के साथ परिसर पहुंचे। इस दौरान एबीवीपी के दीपक उप्रेती ने कहा कि अगर वह छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर चुन कर आते हैं तो वह परिसर में पानी की समस्या, आई कार्ड, फीस को ऑनलाइन करने का वादा किया। एनएसयूआई से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विपुल कार्की ने कहा कि अभाविप के कई अध्यक्ष इस परिसर में रहे। लेकिन परिसर में छात्रों की समस्याएं जस की तस हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद उनका पहला मकसद छात्रों को मिल रही पुरानी शिक्षा प्रणाली को दूर किया जाएगा। साथ ही स्मार्ट क्लासों के लिए हर सभंव प्रयास किया जाएगा। उपाध्यक्ष पद के अरविंद सिंह बोहरा ने परिसर की मूलभूत समस्याओं के निदान तो विनोद ने फीस ऑनलाइन करने के वायदें किए।
भाजपा-कांग्रेस के नेता भी पहुंचे – अल्मोड़ा। शनिवार को छात्रसंघ के आमसभा के दौरान भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रत्याशी के समर्थन को आम सभा में पहुंचे। हालांकि सभी नेता व कार्यकर्ता आम सभा स्थल से कुछ ही दूरी पर परिसर की सीमा के बाहर खड़े होकर प्रत्याशियों का समर्थन करते रहे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम – अल्मोड़ा। शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव के दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैत रही। वहीं पुलिस बल ने जुलूस निकाल रहे सभी छात्रों को लिंगदोह कमेटी की सिफारियों का उल्लंघन न करने की हिदायत दी। यातायात नियम तोडऩे पर कई छात्रों को फटकार भी लगाई।
छात्रों में नहीं दिखा जोश – अल्मोड़ा। शुक्रवार को छात्रसंघ प्रत्याशियों की आम सभा में पिछली बार की अपेक्षा इस बार छात्र-छात्राओं में यादा उत्साह नहीं दिखा। अपने-अपने प्रत्याशियों की सभा पूरी होने के बाद एक-एक सभी छात्र वहां से खिसकते रहे।हार-जीत पर लगी शर्तइस बार एसएसजे परिसर में छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए कड़ा मुकाबला होने की उमीद है। छात्रों की खामोशी ने इसकी रोचकता और बढ़ा दी है। हालांकि अध्यक्ष पद पर हार-जीत पर छात्रों ने शर्त लगाई है।