वास्ती गाँव मे डेरा डाले हुए है जिलास्तरीय अधिकारी, प्रसाशन अलर्ट
बागेश्वर ( आखरीआंख समाचार ) जिलाधिकारी रंजना राजगुरू के निर्देशन पर विगत दिनों विकास खण्ड कपकोट के ग्राम बास्ती विवाह समारोह में दावत खाने के पश्चात घराती एवं बरातियों का स्वास्थ्य बिगडने लगा था जिसकी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के द्वारा चिकित्सकों की टीम मौके पर भेजकर ग्रामीणों का उपचार किया गया। अधिक संख्या में लोगों के बीमार होने के कारण उन्हें बेरीनाग, काण्डा, कपकोट, बागेश्वर, अल्मोड़ा के चिकित्सालयों में भर्ती कर चिकित्सकों के द्वारा तत्परता, पूर्ण इच्छाशक्ति व मनोयोग के साथ लोगों का उपचार किया गया। जिला प्रशासन के द्वारा इस घटना से पीडित लोगों को चिकित्सालयों में आने-जाने के लिए जनपद के शासकीय वाहनों को तैनात किया गया। तथा रोस्टर के अनुसार सम्बन्धित ग्रामों में जनपद स्तरीय अधिकारियों/कर्मचारियों व एसडीआरएफ की टीम सहित पुलिस व होमगार्डस के जवान तैनात किए गये। जिन व्यक्तियों का स्वास्थ्य लाभ नहीं हो पाया उन्हें तत्काल प्रभाव से चॉपर के द्वारा सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी भेजा गया। वर्तमान में चिकित्सकों की टीम डिसचार्ज हुए लोगों की पुन: परीक्षण के लिए चिकित्सकों की टीम सम्बन्धित गॉव में डेरा डाले हुए है।
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने विगत दिनों सम्बन्धित ग्राम बास्ती व ग्राम पंचायत गडेरा के पीडित परिवारों के घर जा कर उनसे मुलाकात की तथा उन्हें विश्वास दिलाया कि पूरा प्रशासन उनके साथ है। किसी प्रकार का भी तनाव न ले दावत खाने के पश्चात जिन लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ा उसमें अब सभी लोगों की स्थिति सामान्य है। चिकित्सकों के द्वारा लोगों के उपचार के लिए निरंतर प्रयास जारी है। वर्तमान में चिकित्सालय कपकोट, काण्डा, बेरीनाग, पिथौरागड, बागेश्वर एवं अल्मोड़ा में बास्ती एवं गडेरा गॉव के जो लोग भर्ती हुए थे सभी लोगों के ठीक होने पर सभी को डिसचार्ज कर दिया गया है जिन्हें जिला प्रशासन के द्वारा प्रत्येक मरीज को शासकीय वाहन से उनके घर पहुॅचाया गया है। घर पहुॅचाने के उपरान्त भी सम्बन्धित ग्रामों में चिकित्सकों की टीम नियमित रूप से दिन रात मरीजों की देखरेख कर रही है। वर्तमान में सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी में 27 मरीज भर्ती है, जिनका उपचार किया जा रहा है। इन मरीजों की स्थिति सामान्य है।
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बताया कि विवाह समारोह की दावत खाने से पूरा गॉव बीमारी से ग्रस्त हो गया था, जो अब चिकित्सालयों से वापस घर लौट रहे है। इनकी स्थिति पर निगरानी रखने एवं किसी व्यक्ति को कोर्इ समस्या उत्पन्न होती है तो तत्काल सहायता हेतु चिकित्सकों की टीम दिनांक 04 दिसम्बर से 09 दिसम्बर तक जनपद के जनपदस्तरीय अधिकारियों एवं डॉक्टरों की टीम तैनात की गयी है। जिसमें सौरभ कुमार सहायक अभियन्ता ग्रामीण निर्माण विभाग को 04 दिसम्बर से 05 दिसम्बर तक रात्रि में, नवल किशोर दिवेदी सहायक अभियन्ता बागेश्वर को 05 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक दिन में, गीतांजली बंगारी भूमि संरक्षण अधिकारी को 05 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक दिन में, शिल्पी पन्त परियोजना अधिकारी को 05 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक दिन में, मदन मोहन पाठक जिला कमाण्डेंट होमगार्डस को 05 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक रात्रि में तैनात किए गये है तथा आपदा कन्ट्रोल रूम में रमेश चन्द्र तिवारी जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी को 05 दिसम्बर से 06 दिसम्बर तक, अमित पंत बॉट एवं माप निरीक्षक 06 दिसम्बर से 07 दिसम्बर तक एवं रॉकी कुमार परियोजना अधिकारी उरेडा को 07 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक तैनात किया गया है जिन्हें निरंतर चिकित्सालय में दूरभाष के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर अवगत कराने के निर्देश दिए है।