बागेश्वर । स्प्रिंगशेड एंड रिवर रिजुवेनेशन अथॉरिटी (सारा) के तहत प्राकृतिक जल स्रोतो, नौले-धारे और नदियों के जल संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर लक्ष्य निर्धारित करते हुए एकीकृत योजना के साथ जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के कार्य करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि कृषि, उद्यान, सिंचाई, मत्स्य, वन विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग और जल संवर्द्धन कार्यो से जुड़े स्वंयसेवी संस्थाओं और स्थानीय लोगों को भी इसमें शामिल किया जाय। जल स्रोतों के पुनरोद्धार और आवश्यकताओं के अनुरूप जल संरक्षण कार्यो का क्रियान्वयन किया जाय। ताकि प्राकृतिक जल स्रोत, नौले-धारे और नदियों का चिरस्थाई प्रवाह बना रहे। वर्षा जल संरक्षण के लिए भी विभागीय स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करते हुए जल संग्रहण संरचनाओं को निर्माण किया जाय। उन्होंने अधिकारियों से जल संरक्षण अभियान के तहत चिन्हित सूख रहे जल धाराओं/सहायक नदियों के दीर्घ अवधि योजना के तहत पुनर्जीवीकरण योजना के एक्शन प्लान पर कार्य करने के निर्देश दिए।
इस दौरान स्प्रिंगशेड एंड रिवर रिजुवेनेशन अथॉरिटी (सारा) के संयुक्त निदेशक डॉ एके डिमरी ने सारा के उद्देश्यों से अवगत कराते हुए जल संरक्षण अभियान के लक्ष्यों की पूर्ति आदि की जानकारी दी। परियोजना निदेशक शिल्पी पंत ने स्प्रिंगशेड एंड रिवर रिजुवेनेशन अथॉरिटी (सारा) के अंतर्गत जिला स्तर पर कार्ययोजना की जानकारी दी।
बैठक में उद्यान अधिकारी आरके सिंह, कृषि अधिकारी सुरेंद्र कुमार, मत्स्य अधिकारी मनोज मियान, अधि0अभि0 सिंचाई जेएस बिष्ट, जल संस्थान सीएस देवडी, जल निगम वीके रवि, खंड विकास अधिकारी ख्याली राम, जिला पंचायतराज अधिकारी सुन्दर लाल, एसडीओ सुनील कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।