सोनिया गांधी को नतीजे एग्जिट पोल से अलग होने की उम्मीद
नई दिल्ली । कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की उम्मीद जताई है। सोमवार को सोनिया गांधी ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि एग्जिट पोल जो कह रहा है, चुनाव के नतीजे इसके बिल्कुल विपरीत होंगे।
सोनिया गांधी सोमवार को तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की जन्म शताब्दी पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंची थी। करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने के बाद जब उनसे चुनाव नतीजों और सरकार गठन को लेकर प्रश्न किया गया तो उन्होंने 4 जून को आने वाले नतीजों का इंतजार करने को कहा।
सोनिया ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि एग्जिट पोल जो कह रहा है, चुनाव नतीजे उससे एकदम अलग होंगे। एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी कह चुकी है कि एग्जिट पोल सिर्फ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का तरीका है। 2004 में सभी एग्जिट पोल ने वाजपेयी सरकार को बहुमत दिया था, मगर सरकार यूपीए गठबंधन की बनी थी।
कांग्रेस का कहना है कि इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।
लोकसभा चुनाव की मतगणना की तैयारियों को लेकर रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं और पार्टी प्रत्याशियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक भी की थी। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सभी एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा कि ये पहले भी गलत साबित हुए हैं।
जयराम रमेश का कहना था कि ये सरकारी एग्जिट पोल करवाए गए हैं।
इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को चुनाव आयोग से मुलाकात भी की थी। इस दौरान विपक्ष के नेताओं ने चुनाव आयोग के समक्ष पोस्टल बैलेट का मुद्दा रखा।
विपक्षी नेताओं का कहना है कि मतगणना के दौरान पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाए। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि पोस्टल बैलेट एक जानी-मानी प्रक्रिया है और कई बार पोस्टल बैलेट चुनाव परिणाम में निर्णायक साबित होते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले करना पहले की भांति अनिवार्य रखा जाए।