उत्तराखंड पावर कॉर्पेरेशन : एक ईई पर चार डिवीजन का जिम्मा
देहरादून । उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने अधिशासी अभियंता के खाली पदों पर प्रमोशन को लेकर दबाव तेज कर दिया है। छह नवंबर से चौथे चरण का आंदोलन तेज किया जाएगा। एसोसिएशन ने पहले चरण में काली पट्टी बांध आंदोलन किया। दूसरे चरण में दूसरे चरण में एसई और तीसरे चरण में मुख्य अभियंता ऑफिस में गेट मीटिंग की। चौथे चरण में छह नवंबर से जोन ऑफिस में सत्याग्रह किया जाएगा। केन्द्रीय अध्यक्ष आनंद रावत ने कहा कि यूपीसीएल के डिवीजन बड़ी संख्या में खाली पड़े हैं। एक एक अधिशासी अभियंता पर चार चार डिवीजन का जिम्मा है। ऐसे में काम की गुणवत्ता खराब हो रही है। इंजीनियरों पर काम का जरूरत से अधिक दबाव है।
महासचिव पवन रावत ने कहा कि हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश के बाद भी मैनेजमेंट स्तर से प्रमोशन के आदेश न होना चिंता का विषय है। मैनेजमेंट पूरी तरह दबाव में काम कर रहा है। हाईकोर्ट के आदेश पर सहायक अभियंता पद पर वरिष्ठता सूची तैयार कर ईई के खाली पदों पर प्रमोशन किए जाएं। जल्द प्रमोशन न होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा। छह नवंबर को हरिद्वार जोन, आठ नवंबर को हल्द्वानी जोन, 13 नवंबर को देहरादून जोन और 16 नवंबर को ऊर्जा भवन मुख्यालय में सत्याग्रह होगा।
श्रीनगर के एक ईई पर चार डिवीजन का जिम्मा
श्रीनगर प्रोजेक्ट, श्रीनगर वितरण खंड, पौड़ी और नैनीडांडा विद्युत वितरण खंड का जिम्मा एक अधिशासी अभियंता पर है। पौड़ी मुख्यालय भेजे गए अधिशासी अभियंता संजय कुमार पर ही नैनीडांडा डिवीजन का अतिरिक्त चार्ज था, लेकिन संजय कुमार ज्वाइन करने के बाद लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। ऐसे में उनके दो डिवीजनों का भी चार्ज श्रीनगर डीविजन के अधिशासी अभियंता पर आ गया है। यूपीसीएल मैनेजमेंट ईई पद पर इंजीनियरों की कमी का हवाला दे रहा है। दूसरी ओर एसई और चीफ के पदों पर प्रभारी व्यवस्था में चार्ज देने के बावजूद ईई पद पर प्रभारी व्यवस्था में चार्ज देने में भेदभाव हो रहा है। कई डिवीजनों और मुख्यालय पर कमर्शियल समेत कई अनुभागों में सहायक अभियंताओं को ही प्रभारी ईई का चार्ज दिया गया है। फील्ड के मामले में डीवीजन का चार्ज देने में आनाकानी की जा रही है।