December 5, 2025

मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद


रुद्रप्रयाग। पंचकेदारों में द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट मंगलवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। भगवान की चल विग्रह डोली अपने पहले पड़ाव गौंडार पहुंची, जहां भक्तों ने उत्साह के साथ डोली का स्वागत किया। डोली 21 नवम्बर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। मंगलवार को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट पूजा-अर्चना के साथ प्रातः 8 बजे मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद किए गए। इससे पहले सोमवार को मंदिर फूलों से सजाया गया। साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु और बीकेटीसी कर्मचारी, अधिकारी, वनकर्मी एवं हक-हकूकधारी इस मौके पर मौजूद थे। कपाट बंद होने की प्रक्रिया में ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर भक्तों के दर्शनार्थ खोला गया जबकि पूजा-अर्चना के बाद सुबह सात बजे से मंदिर के कपाट बंद ही प्रक्रिया शुरू की गई। भगवान के स्वयंभू शिवलिंग को स्थानीय पुष्पों से ढककर समाधि रूप दिया गया। पुजारी शिवलिंग ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान एवं पंच गौंडारी हक हकूकधारियों की मौजूदगी में भगवान के मंदिर की कपाट बंद होने की सभी प्रक्रियाएं पूरी करवाई। प्रातः आठ बजे मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए। भगवान की डोली ने मंदिर की परिक्रमा और भंडार का निरीक्षण किया। भक्तों को आशीर्वाद देते हुए गौंडार के लिए प्रस्थान किया। पहले पड़ाव में डोली देर सायं गौंडार गांव पहुंची जहां भक्तों ने डोली का पुष्प वर्षा और मांगल के साथ स्वागत किया। भगवान की डोली 19 नवम्बर को रांसी स्थित राकेश्वरी मंदिर पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। इसके बाद 20 नवम्बर को डोली गिरिया गांव में रात्रि प्रवास करेगी। 21 नवम्बर शुक्रवार को भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां पूजा-अर्चना के बाद भगवान मंदिर में विराजमान होंगे। इसी स्थान पर भगवान की छह महीने शीतकालीन पूजा अर्चना की जाएगी। इधर, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने के बाद सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। साथ ही अपील करते हुए कहा कि मंदिरों के कपाट बंद होने पर वे शीतकालीन तीर्थस्थलों में दर्शन कर लाभ अर्जित करें। इस मौके पर बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, पंच गौंडारी हकहकूकधारी पूर्व प्रधान वीर सिंह पंवार, सरपंच फते सिंह, शिवानन्द पंवार, दीपक पंवार, पारेश्वर त्रिवेदी, मनीष तिवारी देवेन्द्र पटवाल, बृजमोहन, दिनेश पंवार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।