September 29, 2024

बाबा केदार की डोली विश्वनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल में होगी विराजमान

रुद्रप्रयाग ( आखरीआंख समाचार ) भगवान केदार बाबा के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बाद रात्रि विश्राम के लिए डोली रामपुर पहुंची थी। शनिवार सुबह ठीक आठ बजे मुख्य पुजारी टी गंगाधर लिंग ने भोले बाबा की पंचमुखी भोगमूर्ति की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया। इस दौरान यहां पर भक्तों ने बड़ी संख्या में भोले बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद भी लिया। जैसे ही डोली अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हुई, वैसे ही भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण शिवमय हो गया। भगवान की उत्सव डोली ने शेरसी, बड़ासू, तरसाली, जामू होते हुए फाटा पहुंची, जहां पर स्थानीय भक्तों व राइंका फाटा के छात्रों ने फूल व अक्षतों से डोली का भव्य स्वागत किया। फाटा में व्यापार संघ एवं जामू पौधालय में केदार सेवा समिति देहरादून की ओर से डोली के संग में चल रहे भक्तों को जलपान की व्यवस्था की गई। फाटा में भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन कर अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। यहां पर कुछ देर विश्राम करने के बाद भगवान की उत्सव डोली खडिया, मैखंडा, ब्यूंग, देवीधार, खुमेरा, नारायणकोटी, मस्ता एवं नाला होते हुए रात्रि विश्राम के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। यहां पर स्थानीय भक्तों ने भोले बाबा का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत कर दर्शन किए। रविवार को बाबा केदार की उत्सव डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हांेगी। जम्मू कश्मीर रेजीमेंट के नायक केवल सिंह के नेतृत्व में डोली की अगुवाई रेजीमेंट की बैंड धुनें कर रही है। डोली के साथ डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, पुजारी टी गंगाधर लिंग, अरविंद जमलोकी, विश्वमोहन जमलोकी, संजय प्रसाद समेत सैकडों भक्त उपस्थित रहे।