विकास भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना जारी
रुद्रपुर । लंबित मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार सोमवार को 10वें दिन भी जारी रहा। आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने विकास भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन कर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीते वर्ष फरवरी में प्रदेशव्यापी हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री आवास में मिले आश्वासन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। संगठन की ब्लॉक अध्यक्ष रूचिका घई ने बताया कि 7 मार्च 2024 को निदेशालय में हुई बैठक में मानदेय वृद्धि पर विचार के लिए समिति गठित करने की बात कही गई थी, किंतु डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी निर्णय लंबित है। उन्होंने मांग उठाई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए तथा मानदेय बढ़ाकर प्रतिदिन 800 रुपये के हिसाब से 24 हजार रुपये मासिक किया जाए। इसके अलावा सेवानिवृत्ति पेंशन, महिला कल्याण कोष से मिल रही एकमुश्त राशि बढ़ाकर कम से कम 5 लाख रुपये करने, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी लाभ दिए जाने और सुपरवाइजर के रिक्त पदों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पदोन्नति देने की मांग दोहराई गई। कार्यकर्ताओं ने एफआरएस (फेस कैप्चर) प्रणाली को तत्काल बंद करने तथा सरकार द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की भी मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया तो दो दिसंबर को देहरादून कूच करेंगे। धरने में प्रदेश मंत्री अनीता सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष रूचिता घई, हंसा लोहानी, माधुरी शर्मा, रूबी सिंह, पुष्पा पांडे, शीतल, आराधना यादव, ज्योति, पूनम यादव, प्रेमलता, अमरजीत कौर, अनीता शर्मा, राजकुमारी, राजेन्द्र कौर, संतोष रानी, रानी कौर, प्रेमलता, नूरजहां, मीरा गुप्ता,आशा रानी, सुलेखा चौहान, निशा, सीमा गांगुली, प्रियंका, विमला, तारा भट्ट, दलवीर कौर, सूलता मंडल, गीता, सुशीला, रुबीना, स्मिता, पदमा, संगीता, खुशबू, मिनती, कुसुम लता, लक्ष्मी, संध्या, शांति, भावना सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहीं।
